Registered by Govt. of Tamilnadu Under act, 1975, SL No. 280/2015
Registered by Govt. of India Act XXI 1860, Regn SEI 1115

  • 1 छतीसगढ़ : द्वितीय प्रदेश स्तरीय पञ्चगव्य चिकित्सा सम्मेलन 17-18 जून 2023 को छतीसगढ़, डोंगरगढ़, श्री बमलेश्वरी मंदिर में होने जा रहा है। संपर्क गव्यसिद्ध प्रमोद आर्य 932 958 1350 एवं गव्यसिद्ध अवधेश कुमार 735 417 4301.    2 उत्तर प्रदेश : द्वितीय प्रदेश स्तरीय पञ्चगव्य चिकित्सा सम्मेलन 24-25 जून 2023 को उत्तरप्रदेश, फिरोजाबाद, में होने जा रहा है। संपर्क गव्यसिद्ध दरावारीलाल 821 854 5387 एवं गव्यसिद्ध अरिहंत जैन 9219 55 91.      3 गुजरात :  तृतीय  प्रदेश स्तरीय पञ्चगव्य चिकित्सा सम्मेलन 5-6 अगस्त गुजरात 2023 को मधुवन गौशाला भरूच,  में होने जा रहा है। संपर्क गव्यसिद्ध विपुल रब्बारी   701 662 9125  एवं गव्यसिद्ध प्रणव पटेल  757 386 3005.

  • प्रादेशिक संगठन

  • पंचगव्य विचार (Poll) 18:05:23

    भारत में पंचगव्य सहित कई पारंपरिक चिकित्सा उच्चकोटि के हैं लेकिन सरकारें इनकी वैद्द्यता पर प्रश्न चिन्ह लगा कर रखा है, ऐसी पारंपरिक विद्द्या को पुर्णतः स्थापित करना होगा. – वैद्द्य महासभा, केरल

    View Results

    Loading ... Loading ...
  • सूचना

  • सभी थेरेपी के डॉक्टर, वैद्द्य, थेरेपिस्ट आदि के लिए उपयोगी पाठ्यक्रम
    (1) एडवांस पंचगव्य थेरेपी – 1 वर्ष का पाठ्यक्रम एवं 1 वर्ष का अभ्यासक्रम
    (2) इंटीग्रेटेड पंचगव्य थेरेपी – 1.5 वर्ष का पाठ्यक्रम एवं 1 वर्ष का अभ्यासक्रम
    (3) गर्भशुद्धि-गर्भधारण-प्रसूति व बालपालन थेरेपी – 5 दिवस
    (4) विशेषज्ञ कोर्स – हृदय, कैंसर, अर्थरेटिक्स, टीबी, चर्मरोग, माइग्रेन, पुरुष बाँझपन, नारी बाँझपण, बाल रोग, सिकल सेल, फस्टएड, हड्डी, डायबीटीक्स. – 3 दिवस
    भारत में पहली बार सभी भारतीये भाषाओं में पंचगव्य चिकित्सा विज्ञान (गऊमाँ के गव्यों) की आधिकारिक पढाई. पंचगव्य अब एक सम्पूर्ण चिकित्सा थेरेपी. हमारा नारा है
  • आन्दोलन से जुड़ें

  • राष्ट्रीय महासम्मेलन 2017

    पंचगव्य डॉक्टर असोसिएशन की स्थापना 2015 में तमिलनाडु सरकार के अंतर्गत हुई थी. 2016 में इसका पंजिकरण केंद्र सरकार के अंतर्गत हो गया. इसमें पंचगव्य गुरूकुलम, पंचगव्य विद्यापीठम या इसके विस्तार केन्द्रों से कम से कम एम् डी (पंचगव्य) की शिक्षा प्राप्त गव्यसिद्ध डॉक्टरों सदस्य बन सकते हैं. असोसिएशन का उद्देश्य गव्यसिद्धों को संगठित रखना, नए – नए औसधियों से अवगत करना, समय – समय पर भारत भर में पंचगव्य...

    राष्ट्रीय महासम्मेलन 2016

    इसमें पंचगव्य गुरूकुलम, पंचगव्य विद्यापीठम या इसके विस्तार केन्द्रों से कम से कम एम् डी (पंचगव्य) की शिक्षा प्राप्त गव्यसिद्ध डॉक्टरों सदस्य बन सकते हैं. असोसिएशन का उद्देश्य गव्यसिद्धों को संगठित रखना, नए – नए औसधियों से अवगत करना, समय – समय पर भारत भर में पंचगव्य चिकित्सा सम्मलेन आयोजित करना, राज्य स्तरीए सम्मलेन आयोजित करना, जिला स्तारिये पंचगव्य सम्मलेन आयोजित करना आदि. सदस्यों को सदस्यता प...