Registered by Govt. of Tamilnadu Under act, 1975, SL No. 280/2015
Registered by Govt. of India Act XXI 1860, Regn SEI 1115

  • 10 वां पंचगव्य चिकित्सा अन्तराष्ट्रीय महासम्मेलन अर्थात गव्यसिद्धों का महाकुम्भ 18-20 नवम्बर स्थल कान्हा शांति वनम भाग्य नगर (हैदराबाद) में आयोजित होने जा रहा है. भाग लेने के लिए ऑनलाइन बुकिंग अवश्य करें. Online Registration: www.gavyasiddh.com,  अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें  8 95 00 95 00 0. एवं मेल लिखें Email : gavyarthi@gmail.com.

  • प्रादेशिक संगठन झारखंड प्रादेशिक संगठन, झारखंड

    प्रादेशिक संगठन

  • पंचगव्य विचार (Poll)

    गोमाता में लम्पी नाम की बीमारी (वायरस) गोवंश को समाप्त करने के लिए जान-बूझ कर फैलाया गया है या प्रकृति प्रदत है ?

    View Results

    Loading ... Loading ...
  • सूचना

  • कोरोना कोई गंभीर वायरस नहीं है. गर्म जल के साथ आयुर्वेद के कुछ मसालों से भाग रहा है. जैसे दालचीनी, कालीमीर्च, अदरख, तुलसी के पत्ते और कडू नीम आदि से. पंचगव्य में भी इस पर अच्छा परिणाम आ रहा है. कालमेघ मिश्रित गोमूत्र अर्क से हजारों लोगों का कोरोना पोजिटिव ठीक हुआ है. जिसके कुछ साक्षात्कार u-tube पर दिए गए हैं. भारतीय रसोईघर के संस्कार में बंधे रहे. निरोगी रहें. महर्षि वागभट्ट के तीन सुरक्षा चक्र में रहें. जीवन निरोगी रहेगा. 1) गोमाता, 2) तुलसी और 3) रसोईघर.
    हमारा नारा – गौ माँ से असाध्य नहीं कोई रोग. एवं गौ माँ से निरोगी भारत, नारी गव्यसिद्धों के नेतृत्व में शीघ्र “गव्यहाट” pvt. Ltd. का शुभारम्भ छत्रपति की पूण्य भूमि महारास्ट्र से. वेब पेज www.gavyahaat.org – Launching soon – (लक्ष्य-गव्यसिद्धों के पंचगव्य उत्पाद को विश्व बाजार में पहुँचा कर उन्हें समृद्ध बनाना.) पंचम पंचगव्य चिकित्सा महासम्मेलन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 9 से 12 नवम्बर 2017 निर्धारित. मार्च 2017 से नामांकन शुरू हो रहा है. (1) एडवांस पंचगव्य थेरेपी – 2 वर्ष (2) गर्भशुद्धि-गर्भधारण-प्रसूति व बालपालन थेरेपी {केवल महिलाओं के लिए} – 2 वर्ष (3) पंचगव्य मेडिसिन प्रीप्रेसन टेकनोलाजी -2 वर्ष. (3) विशेषज्ञ कोर्स – हृदय, कैंसर, अर्थरेटिक्स, टीबी, चर्मरोग, माइग्रेन, पुरुष बाँझपन, नारी बाँझपण, बाल रोग, सिकल सेल, फस्टएड, हड्डी, डायबीटीक्स, आँख-नाक-कान, पाचनतंत्र, नाभि एवं नाडी.
    भारत में पहली बार सभी भारतीये भाषाओं में पंचगव्य चिकित्सा विज्ञान (गऊमाँ के गव्यों) की आधिकारिक पढाई. पंचगव्य अब एक सम्पूर्ण चिकित्सा थेरेपी. हमारा नारा है
    भारत में पहली बार सभी भारतीये भाषाओं में पंचगव्य चिकित्सा विज्ञान (गऊमाँ के गव्यों) की आधिकारिक पढाई. पंचगव्य अब एक सम्पूर्ण चिकित्सा थेरेपी. हमारा नारा है
    भारत में पहली बार सभी भारतीये भाषाओं में पंचगव्य चिकित्सा विज्ञान (गऊमाँ के गव्यों) की आधिकारिक पढाई. पंचगव्य अब एक सम्पूर्ण चिकित्सा थेरेपी. हमारा नारा है
  • आन्दोलन से जुड़ें

  • झारखंड प्रादेशिक संगठन

    अध्यक्ष

    गव्यसिद्ध डॉ गीता सिंह कुशवाह
    Gavyasiddh dr Gita S Kushwaha

    pggskush27@gmail.com
    9204617334

    संयोजक


    उपाध्यक्ष 1

    गव्यसिद्ध
    Gavyasiddh


    उपाध्यक्ष 2


    सचिव 1

    गव्यसिद्ध बालेश्वर प्रसाद
    Gavyasiddh baleshwar prasad

    Prasad.baleswar@gmail.com
    9234567862

    सचिव 2


    प्रवक्ता 1

    गव्यसिद्ध डॉ कौशल कुमार
    Gavyasiddh Dr kaushal kumar

    Panchgavyadrkaushal@gmail.com
    9431143271

    प्रवक्ता 2

    गव्यसिद्ध डॉ
    Gavyasiddh Dr


    कोषाध्यक्ष 1

    Gavyasiddh Nikee Kumari

    nikee.singh2802@gmail.com
    9234567862

    कोषाध्यक्ष 2


    सदस्य

    पंचगव्य डॉ असोसिएशन  प्रादेशिक संगठन झारखण्ड द्वारा रांची में तृतीय राज्यस्तरीय पंचगव्य चिकित्सा महासम्मेलन का आयोजन किया गया|