Registered by Govt. of Tamilnadu Under act, 1975, SL No. 280/2015
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  • इस वर्ष का पंचगव्य चिकित्सा महासम्मेलन कर्णाटक प्रान्त स्थित बैंग्लोर सिटी स्थित आर्ट ऑफ़ लिविंग के मुख्य कार्यालय परिसर में 1 -2 -3 दिसम्बर माह में आयोजित किया गया है| समय प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक पंजीकरण शुल्क 1100 रुपए मात्र, भोजन एवं निवास के लिए अलग से सम्पर्क करें- गव्यसिद्ध डॉ. भारती  9916025881, गव्यसिद्ध प्रदीप आसन 9019252427, गव्यसिद्ध तेजस्वनी एस.8310967840

  • प्रादेशिक संगठन

  • पंचगव्य विचार (Poll) 18:05:23

    भारत में पंचगव्य सहित कई पारंपरिक चिकित्सा उच्चकोटि के हैं लेकिन सरकारें इनकी वैद्द्यता पर प्रश्न चिन्ह लगा कर रखा है, ऐसी पारंपरिक विद्द्या को पुर्णतः स्थापित करना होगा. – वैद्द्य महासभा, केरल

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  • सूचना

  • सभी थेरेपी के डॉक्टर, वैद्द्य, थेरेपिस्ट आदि के लिए उपयोगी पाठ्यक्रम
    (1) एडवांस पंचगव्य थेरेपी – 1 वर्ष का पाठ्यक्रम एवं 1 वर्ष का अभ्यासक्रम
    (2) इंटीग्रेटेड पंचगव्य थेरेपी – 1.5 वर्ष का पाठ्यक्रम एवं 1 वर्ष का अभ्यासक्रम
    (3) गर्भशुद्धि-गर्भधारण-प्रसूति व बालपालन थेरेपी – 5 दिवस
    (4) विशेषज्ञ कोर्स – हृदय, कैंसर, अर्थरेटिक्स, टीबी, चर्मरोग, माइग्रेन, पुरुष बाँझपन, नारी बाँझपण, बाल रोग, सिकल सेल, फस्टएड, हड्डी, डायबीटीक्स. – 3 दिवस
    भारत में पहली बार सभी भारतीये भाषाओं में पंचगव्य चिकित्सा विज्ञान (गऊमाँ के गव्यों) की आधिकारिक पढाई. पंचगव्य अब एक सम्पूर्ण चिकित्सा थेरेपी. हमारा नारा है
  • आन्दोलन से जुड़ें

  • संवाद – प्रादेशिक महासम्मेलन 2015

    पंचगव्य डॉक्टर असोसिएशन की स्थापना 2015 में तमिलनाडु सरकार के अंतर्गत हुई थी. 2016 में इसका पंजिकरण केंद्र सरकार के अंतर्गत हो गया. इसमें पंचगव्य गुरूकुलम, पंचगव्य विद्यापीठम या इसके विस्तार केन्द्रों से कम से कम एम् डी (पंचगव्य) की शिक्षा प्राप्त गव्यसिद्ध डॉक्टरों सदस्य बन सकते हैं. असोसिएशन का उद्देश्य गव्यसिद्धों को संगठित रखना, नए – नए औसधियों से अवगत करना, समय – समय पर भारत भर में पंचगव्य चिकित्सा सम्मलेन आयोजित करना, राज्य स्तरीए सम्मलेन आयोजित करना, जिला स्तारिये पंचगव्य सम्मलेन आयोजित करना आदि. सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र जारी करना. जिसमें उनका पंजीकरण अंक इस प्रकार होगा – “एम.पी.डी.ए-0111/17” (MPDA-0111/17).

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